पर्यावरण प्रदूषण के कारण व भयंकर चुनौती
Relationship in Environmental Pollution and Conservation
पर्यावरणीय प्रदूषण Environmental Pollution -- वातावरण में हानिकारक घटकों के प्रवेश करने से वातावरण दूषित हो जाता है जो जीवधारियों के लिए किसी न किसी रूप में हानिकारक सिद्ध होता है इसे ही पर्यावरण प्रदूषण कहते है |
वर्तमान समय में पर्यावरण समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है क्योंकि यह धीरे -धीरे विश्व्यापी समस्या बन रही है | प्रकृति के साथ छेड़छाड करने तथा पर्यावरण को दूषित करने के कारण भयंकर परिणाम सामने आने लगे है | हमने अपनी लालसा की पूर्ति गेतु प्रकृति का अत्यधिक दोहन कर समस्त मानब जाती को काल के गाल में धकेल दिया है पर्यावरण प्रदूषण तथा प्रकति का अत्यधिक दोहन मानव के लिए बडी चुनोती बनकर उभरा है | इन सभी समस्याओ का निराकरण केवल पर्यावरण संरक्षण में ही निहित है |
वन पेड़ - पौधे जलवायु में संतुलन बनाये रखते है तथा मिट्टी को उपजाऊ बनाये रखने तथा उससे संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है | जंगलों के काटने के कारण जैविक विविधता धीरे - धीरे लुप्त होती जा रही है | यही कारण है की प्राकृतिक आपदाएँ , सूखा, बाड, भू-रक्षण की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है | पृथ्वी पर बंजर भूमि का विस्तार बढ़ रहा है | पर्यावरण संतुलन की स्थिति बिगड़ रही है | ग्रमीण क्षेत्र के लोग अकाल मृत्यु भुकमरी एवं कुपोषण का शिकार हो रहे है | पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है अतः इस भयंकर चुनौती से निपटने के लिए पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण आवश्यक है |
पर्यावरण प्रदूषण की समस्या पर्यावरण संरक्षण द्वारा ही निपटाया जा सकता है पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण द्वारा ही इस समस्या का समाधान सम्भव है और इसका समाधान करके ही मनुष्य पर्यावरण को बचा सकता है | पर्यावरण संरक्षण समस्त मानव - जाति के लिए वरदान सा है | यह उसके अस्तित्व को बचाये रखने में सहायता करता है क्योकि जहाँ और पर्यावरण प्रदूषण मानव जीवन के लिए समस्याएँ खड़ी कर रहा है तो वहीं दूसरी और पर्यावरण संरक्षण उन समस्याओ का समाधान प्रदान करता है | अतः पर्यावरण प्रदूषण एवं पर्यावरण संरक्षण परस्पर समबन्धित है |
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