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Showing posts from June, 2019

हम अपने डॉक्टर कैसे बने ? Health Series Post 2 of 100

हम अपने डॉक्टर कैसे बने ?         हमारे देश  के आयुर्वेदाचार्य महर्शि चरक, निघट्टू बाग्भट्ट, सुघात, पाराषर ऋशि आदि ने एक ही बात मिलकर कही है कि स्वयं व्यक्ति अपनी हर बीमारी का सबसे अच्छा डॉक्टर हो सकता है। क्यों कि वह अपने दुःख तकलीफ का जितनी गहराई से महसूस कर सकता है इसे कोई डॉक्टर भी नहीं कर सकता। वह जितनी गहराई से अपने दुःख को जानता है इसलिए वह स्वयं का डाक्टर हो सकता है उसको कुछ ज्ञान की जरूरत नहीं है और कुछ ज्ञान से वह हर प्रकार की बीमारी से लड़ सकता है और दूसरों की मदद कर सकता है। आयुर्वेद के पंण्डित भी इस बात को मानते हैं वह कहते हैं कि षरीर का 85 प्रतिषत हिस्सा इतना सरल और आसान है कि इसका इलाज आप खुद कर सकते हैं। मात्र 15 प्रतिषत षरीर का हिस्सा ऐसा है कि जिस में आपको किसी विषेशज्ञ की जरूरत पड़ सकती है। यहॉ यह कहना उचित है कि 15 प्रतिषत हिस्से वाले भाग में बहुत कम बीमारियॉ हैं। और 85 प्रतिषत जिसे आप जानते हैं उसमें बीमारी बहुत अधिक हैं।           85 प्रतिषत हिस्से में वाग्भट्ट जी कहते हैं अपने षरीर को जान लीजिये भोजन को पहचान...

जीना सीखो - Health Series Post 1 of 100

जीना सीखो -           भारत सरकार जनसंख्या की गणना हर 10 वर्श बाद कराती है। जनगणना में देश  के  स्त्री, पुरूश कितने बीमार हैं, कितने लोगों को क्या क्या बीमारियॉ है, और कितने लोग स्वस्थ हैं ? एक रिपोर्ट के अनुसार करोड़ों लोगों में मधुमेह की बीमारी है और ये लगातार तेजी से हर वर्श बढ़ रही हैं। यदि दुनिया में मधुमेह ; क्पंइमजमेद्ध के रोगियों को इक्ठठा किया जाय तो दुनिया का एक सबसे बड़ा देष बन सकता है।           12 से 14 करोड़ लोग फेफड़ों के इनफैक्सन से पीढ़ित हैं जैसे दमा, अस्थमा, व्रोमकाइटस, ष्वॉस फूलना, ट्यूमर क्लोषिस आदि। 15 से 16 करोड़ लोगों को अर्थराइटस जैसे घुटने का दर्द, कमर दर्द सन्धि दर्द आदि। 9 से 10 करोड़ लोगों को पेट की कुछ न कुछ तकलीफ हैं जैसे कि गैस बनना, एसेडिटी, अल्सर, पैत्रिक अल्सर, हाइपर अल्सर, पित्त सम्बन्धी बीमारियॉ हैं।          इस तरह से हम देखते हैं कि जब तक हम आप सभी अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक नहीं होंगें तो बीमारी से लड़ना बड़ा मुष्किल है। 200 साल पहले आं...

Eco Club

इको क्लब Eco Club ---- इको क्लब एक समूह होता है जो पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करता है | इस क्लब के अंतर्गत पौधे लगाना, पर्यावरण Pollution को कम करना, पर्यावरण जागरूकता एवं संचेतना जैसे कार्य सम्पादित होते है | इको क्लब पर्यावरण शिक्षा में एक विशेष भूमिका निभाते है | इसके तहत विद्यार्थियों को न केबल पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है वरन उन्हें पर्यावरणीय सुधार हेतु चलाये जाने वाले कार्यक्रमो का हिस्सा भी बनाया जाता है | Eco Club ----- 1   Promote                         2   Operate       Environment Activities                         3   Monitor  प्रदशर्नी Exhibition ----- पर्यावरण के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रदर्शनियों का आयोजन भी बहुत सटीक कायर्क्रम है | जनसंख्या विस्फोट, प्रदूषित जल स्रोत, कटते वन, बिना आश्रय जंगल में विचरते वन्य जीव, भूकम्प से धराशायी इमारते, अशक्त और बीमार लोग ध्वन...

jalvayu ka manav jeevan pr prbhav

जल वायु का मानव जीवन पर प्रभाव         जलवायु एक ऐसा पर्यावरणीय घटक है जो मानव जीवन को अत्यधिक  प्रभावित करता है | जलवायु की क्षेत्रीय विभिन्नता के आधार पर ही मानव अपने रहन- सहन, खान- पान, वेशभूसा आदि निश्चित करता है | भरतीय जलवायु मानव जीवन को अनेक प्रकार से प्रभावित करती है, जिसका विवरण निमन प्रकार है |  1   कृषि  पर प्रभाव ----- भारत एक कृषि प्रधान देश है कृषि एसा व्यवसाय है जो पूणर्तः जलवयू, तापमान, वर्षा आदि पर निर्भर है | जलवायु के अनुसार ही विभिन्न क्षेत्रों में अलग अलग प्रकार की फसलें उगाई जाती है |  2    जनसंख्या घनत्व पर प्रभाव ----  भारत के जिन क्षेत्रों में सामान्य तथा स्वास्थ्यवरधक जलवायु पाई जाती है वहीं पर जनसंख्या घनत्व अधिक होता है जैसे -गंगा का मैदान, समुद्रतटीय मैदानी भाग आदि | इसके विपरीत घनत्व कम देखा जाता है जैसे - भरतीय मरुस्थल |  3      आर्थिक क्रियाकलापों पर प्रभाव ---- मानव के बहुत से आर्थिक क्रियाकलापों  का नियंत्रण जलवायु द्वारा होता है ...

cyclones

चक्रवात --चक्रवात निम्मन वायुदाब वाला तूफान है जो प्राय दो भिन्न वायु राशियों के मिलने से बनता है यह एक प्रकार का समुद्र तूफान भी होता है जो समुद्र क्षेत्र से निकलकर तटीय भागों में पहुंचकर भारी तबाही एवं विनाश का द्रश्य प्रस्तुत करता है | इन समुद्रीय तूफानों को विस्व में अलग अलग नामों से जाना जाता है जैसे - उत्तरी अमेरिका में हरीकेन ऑस्ट्रेलिया में विलीविजीज चीज में टायफान तथा भारत में चक्रवात कहा जाता है | चक्रवात की उत्तपत्ति के कारण -- इसकी उत्तपत्ति का कारण सागरीय क्षेत्र में हवा का दबाव अत्यधिक न्यून होना है जिसके कारण समुद्र में कुछ विशेष प्रकार की तरंगे उठती है जिन्हें तूफान तरंगे कहा जाता है इन तूफान तरंगो की गति निरंन्तर बढ़ती जाती है | जब यह तूफान एक साथ किसी दिशा में बढ़ता है तब उन क्षेत्रों में भारी विनाश करता है | चक्रवात मुख्य रूप से उष्णकटिबन्धीय  क्षेत्रों में आते है | यह अण्डाकार आकृति का निमनदाब  का क्षेत्र  होता है जो घन सम्भार रेखाओं से घिरा है | चक्रवात में बहुत तेज हवायें चलती है तथा मूसलाधार वर्षा होती है |         ...

तापमान में वृद्धि

वैश्विक तापमान प्राकृतिक आपदाओं एवं मानव जनित पर्दूषण के कारण जलवायु में निरंतर बदलाव हो रहे है जिसके कारण पृथ्वी की सतही तापमान में वृद्धि हो रही है |       पृथ्वी के तापमान में वृद्धि  - का सबसे मह्त्वपूण कारण पर्दूषण में निरंन्तर वृद्धि है जिसको कारण हरित गृह गैस का स्तर बढ़ रहा है |  और ओजोन परत का क्षय हो रहा है | इस कारण से अवशोषित सूर्य की मात्रा बढ़ जाती है | फलस्वरूप वैश्विक तापमान में वृद्धि हो रही है |        हानिकारक पदाथों के अधिक उत्सर्जन के कारण ग्लेशियर पिघल रहे है और समुद्र के जल का स्तर बढ़ रहा है | जिससे दुनियां भर के तटीय क्षेत्रों के लिए खतरा पैदा हो रहा है | वैश्विक तापमान वृद्धि के कारण सूखा, भूेस्खलन, अकाल, बाढ़ आदि घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है |              पिछले 100 सालों में पृथ्वी का तापमान 0.4 से 0.8 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ गया है |     वैश्विक तापमान वृद्धि की समस्याओं से निजात पाने के लिए हरित प्रभाव गैसों के पर्यावरण में कार्बन डाईआक्साइड गैस का ब...
पर्यावरणीय संकट                                                                                                                                   प्राकृतिक प्रक्रियाओ मानवीय क्रियाओं  द्वारा कुछ गंम्भीर घटनाये घटित होती है जो पर्यावरण और पारिस्थितिक का  संतुलन भंग करती है और  जीवधारियों के लिए प्रलयंकारी स्थिति उतपन्न कर देती है जब ये घटनाएं एक संकट या प्रकोप का रूप धारण कर लेती है तब इन्हें पयावरणीय संकट या आपदा कहा जाता है इस गंम्भीर घटनाओ से मानव को खतरा होता है और जान ,माल दोनों को क्षति  होती है इसे दो भागों मे विभाजित किया जा सकता है                        ...
Life is an open secret. Everything is available, nothing is hidden. All that you need is just eyes to see.          .......  osho